Surya Mudra Method and Benefits In Hindi

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सूर्य मुद्रा

अनामिका अँगुली पृथ्वी तत्व का प्रतीकात्मक स्वरूप है। अनामिका अँगुली हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार सूर्य सम्बंधी प्रभाव को दर्शाती है। यह अँगुली सूर्य के समान शरीर के विद्युत प्रवाह को भी प्रवाहित करती है।
चित्रानुसार अनामिका अँगुली के अग्रभाग को यदि अँगुष्ठ के जड़ भाग से स्पर्श कराया जाए और अँगुष्ठ का उसके ऊपर हल्का सा दबाव डाला जाए तो यह सूर्य मुद्रा बनती है।
इस मुद्रा के प्रयोग से शरीर का मोटापा एवं भारीपन कम किया जा सकता है। इस अँगुली के द्वारा किसी के भी आज्ञाचक्र को स्पर्श कर उसे प्रभावित किया जा सकता है।

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