Baidyanath Rajmrigank Ras (Swarna Yukta) (10tab) : Acts well in Pulmonary Infections, Chronic Bronchitis, Cough , tb
Properties
वज़न
11 (ग्राम)
आयाम
2.7 (सेमी) x 2.7 (सेमी) x 6.5 (सेमी)
About Rajmrigank Ras (Swarna Yukta)
राजा मृगंक रस टैबलेट या पाउडर के रूप में एक आयुर्वेदिक दवा है। इसका उपयोग तपेदिक, क्षीणता, पुरानी सांस की बीमारियों आदि के उपचार में किया जाता है। इस दवा में भारी धातु तत्व होते हैं, इसलिए इसे केवल सख्त चिकित्सकीय देखरेख में ही लेना चाहिए।
यह शक्तिशाली जड़ी-बूटियों और खनिजों जैसे शुद्ध सल्फर, स्वर्ण भस्म, रजत भस्म, लौह भामा, प्रवल भस्म, नागा भस्म और अभ्रक भस्म से प्राप्त होता है। इसका उपयोग वात, पित्त और कफ दोष से जुड़े रोगों से निपटने के लिए किया जाता है। यह त्रिदोष को संतुलित करके काम करता है। राजा मृगंक रस से किसी भी बीमारी के कारण होने वाले बुखार का प्रभावी ढंग से इलाज किया जा सकता है। आप टाइफाइड, वायरल संक्रमण और तपेदिक से जुड़े बुखार का उपचार कर सकते हैं। यह विभिन्न श्वसन संक्रमण और श्वास संबंधी विकारों के इलाज में भी फायदेमंद साबित हो सकता है। दमा के बेहतर प्रबंधन के लिए राजा मृगंक रस का कुशलतापूर्वक उपयोग किया जा सकता है। राजा मृगंक रस का उपयोग ब्रोंकाइटिस, छाती में जमाव, सांस लेने में कठिनाई और घरघराहट से निपटने के लिए भी किया जाता है। पेट की विभिन्न समस्याएं जैसे पेट का दर्द, सूजन, अपच, कब्ज, पेट में गड़बड़ी और नाराज़गी आम बीमारियां हैं जिनका इलाज राजा मृगंक रस की मदद से किया जा सकता है।
Ingredients of Rajmrigank Ras (Swarna Yukta)
- शुद्ध पारा – शुद्ध और संसाधित बुध
- शुद्ध गंधक – शुद्ध और संसाधित सल्फर
- स्वर्ण भस्म – सोने की भस्म (कैल्क्स)
- रजत भस्म – चांदी की भस्म (Cax)
- खरपारा भस्म – जिंक सल्फाइड की भस्म (कैल्क्स)
- वैक्रांत भस्म – टूमलाइन की भस्म (कैल्क्स)
- लोहा भस्म – लोहे की भस्म (कैल्क्स)
- वंगा भस्म – टीनू की भस्म
- नाग भस्म – लेड की भस्म (कैल्क्स)
- हीराक भस्म – हीरे की भस्म (Calx)
- प्रवल भस्म – कोरल की भस्म (कैल्क्स)
- विमला भस्म – आयरन पाइराइट की भस्म (कैल्क्स)
- माणिक्य भस्म – रूबी की भस्म (Calx)
- गरुत्तमाता भस्म – पन्ना भस्म
- तप्य भस्म – रियलगारी की भस्म (Calx)
- मुक्ता भस्म – मोती की भस्म (Calx)
- पुष्पराग भस्म
- शंख भस्म – शंख की भस्म (Calx)
- वैदुर्य भस्म – बिल्ली की आंख की भस्म (Calx)
- ताम्र भस्म – तांबे की भस्म (कैल्क्स)
- शुक्ति भस्म – शंख मोती सीप की भस्म (Calx)
- शुद्ध हरातला – शुद्ध किया हुआ ऑर्पिमेंट (आर्सेनिस ट्राई सल्फाइड)
- अभ्रक भस्म – अभ्रक की भस्म (कैल्क्स)
- शुद्ध हिंगुला – शुद्ध सिनेबार – बुध का अयस्क
- मनशीला – शुद्ध रियलगर – आर्सेनिक डि सल्फाइड
- गोमेदा भस्म – जिक्रोन की भस्म (कैल्क्स)
- नीला भस्म
Indications of Rajmrigank Ras (Swarna Yukta)
इसका उपयोग गठिया, तपेदिक, क्षीणता, क्रोनिक ब्रोंकाइटिस के उपचार में किया जाता है।
Dosage of Rajmrigank Ras (Swarna Yukta)
25o मिलीग्राम दिन में एक या दो बार, भोजन से पहले या बाद में या आयुर्वेदिक चिकित्सक द्वारा निर्देशित यह पारंपरिक रूप से 10 लंबी काली मिर्च के फल और शहद, काली मिर्च, घी के साथ दिया जाता है।
Precautions of Rajmrigank Ras (Swarna Yukta)
- इस दवा के साथ स्व-दवा खतरनाक साबित हो सकती है, क्योंकि इसमें आर्सेनिक घटक के रूप में होता है।
- डॉक्टर की सलाह के अनुसार इस दवा को सटीक मात्रा में और सीमित समय के लिए ही लें।
- अधिक खुराक से गंभीर जहरीला प्रभाव हो सकता है।
- गर्भावस्था, स्तनपान और बच्चों में इससे बचना सबसे अच्छा है।
- बच्चों की पहुंच और दृष्टि से दूर रखें।
- सूखी ठंडी जगह पर स्टोर करें।
Terms and Conditions
हमने यह मान लिया है कि आपने इस दवा को खरीदने से पहले एक चिकित्सक से परामर्श किया है और आप स्वयं दवा नहीं ले रहे हैं।
Attributes | |
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Brand | Baidyanath |
Remedy Type | Ayurvedic |
Country of Origin | India |
Form Factor | Ras |
Price | ₹ 750 |
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