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Female Diseases
गर्भावस्था के दौरान नींद ना आने का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Sleeplessness during…
सल्फर 30 — रात्रि के प्रथम पहर में निद्रा आये, पर रात्रि के अंत में नहीं।
एकोनाइट 30 — गर्भवती स्त्री परेशानी होती है, मानसिक उत्तेजना से ग्रस्त रहती है, बेचैनी, घबराहट और अशांति आदि के कारण उसे निद्रा नहीं आती। रात भर बिस्तर पर करवटें…
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गर्भावस्था में पेशाब में ऐल्ल्यूमिन आने का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Albuminuria…
प्लम्बम मेटेलिकम 30 — गर्भिणी को मूत्र-त्याग करने में कठिनाई होती है, अत्यधिक प्रेशर डालने पर भी वह नहीं निकलता, मूत्राशय में भरा रहता है। मूत्र में एलब्यूमिन होने के कारण मूत्र काला, थोड़ा-थोड़ा बूंद-बूंद आता है। इसमें यह औषधि देने से लाभ…
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गर्भावस्था में कब्ज और दस्त होने का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Constipation and…
एलूमिना 3 — गर्भिणी के कब्ज़ में आंतें काम नहीं करती हैं। स्त्री को मल बाहर निकालने के लिए बहुत जोर लगाना पड़ता है। जब तक आंतों में ढेर-सा मल इकट्ठा नहीं हो जाता, तब तक मल नहीं उतरता हैं। इस औषधि के सेवन से कब्ज दूर होकर मल साफ आने लगता है।…
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प्रजनन पूर्व की अवस्था का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Treatment For Pregnancy Preparatory Stage ]
गर्भवती स्त्री के प्रसव के समय कई परिस्थितियां उत्पन्न होती हैं। यदि प्रजनन से पहले होम्योपैथिक औषधियों का उसे सेवन कराया जाए, तो वह प्रसव करने के लिए स्वस्थ और सुरक्षित रहती है। कष्टरहित प्रसव के लिए निम्न औषधियां उपयोगी हैं
आर्निका 3 —…
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गर्भावस्था के दौरान उल्टी होने का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Treatment For Morning Sickness ]
लगातार जी मिचलाता रहना, उल्टी करने बाद भी यही स्थिति बनी रहना। गर्भावस्था में जी मिचलाना तथा उल्टी होना, यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। इसके लिए निम्न औषधियों लाभकारी सिद्ध होती हैं
सिम्फोरिकारपस रेसिमोसा 200 — मुंह में पानी भर आना, भोजन…
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डिम्बग्रंथियों का अर्बुद का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Ovarian Tumor ]
डिम्बग्रंथि में कभी-कभी अर्बुद (ट्युमर) हो जाता है। इसमें डिम्बाशय में बहुत कष्ट, प्रदर, ज्वर, जरायु का स्थान से हटना आदि लक्षण रहते हैं।
डिम्ब-ग्रंथि के अर्बुद में कैलि-ड्रोम 1, सिकेलि 1, लैकेसिस 30, ऑरम म्यूर 3x, बेलाडोना 3, एपिस 3, आयोड…
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डिम्बग्रंथियों का स्नायुशूल का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Ovaralgia ]
यह स्नायविक दर्द है; दर्द एकाएक पैदा होकर चारों ओर फैल जाता है। वमन, पेट फूलना, कलेजा धड़कना, मूत्र कम आना आदि इस रोग के विशेष लक्षण हैं।
नेजा 6x — इस रोग की यह उत्कृष्ट औषधि है। इसके सेवन से अवश्य ही लाभ होता है।
लिलियम टिग्रिनम 30 —…
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डिम्बग्रंथियों की सूजन का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Ovarian Dropsy ]
कभी-कभी डिम्बकोष में पानी की तरह पीब भरा शोथ पैदा हो जाता है। इसे ही "डिम्बकोष-शोथ" कहते हैं। इसमें स्तनों में दूध जमा होना आदि बहुत से लक्षण दिखाई देते हैं।
एपिस 3 — डिम्बकोष में डंक मारने की तरह दर्द, पेट फूल जाए, मूत्र थोड़ा हो जाए,…
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डिम्बग्रंथियों की जलन का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Treatment For Ovaritis ]
चोट लगना, तेज मिचली, ऋतु के समय सर्दी लगना या संगम के समय रज बंद हो जाना आदि कारणों से डिम्बकोष प्रदाह होता है।
एकोनाइट 3x — सर्दी लगने के कारण ऋतु बंद होकर प्रदाह, मूत्र-त्याग में कष्ट।
ब्रायोनिया 30 — डिम्ब-स्थान में सूई बेंधने का-सा…
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स्त्री के जननांगों में जख्म होने का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Noma Pudendi ]
स्त्री के जननांगों में घाव होने पर आर्सेनिक 3 प्रति चार घंटे देते रहने से घाव ठीक हो जाता है। उसे गर्म कैलेण्डुला लोशन से धोते भी रहना चाहिए। इस लोशन को तैयार करने के लिए 1 चम्मच कैलेण्डुला टिंक्चर 1 कप गरम पानी में डालें और फिर प्रयोग…
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