CHRYSAROBINUM Benefits, Side Effects and Uses In Hindi

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क्राइसैरोबिनम (Chrysarobinum)

(गोवा पाउडर-एण्डिरा एरैरोबा)

चर्म पर अधिक उत्तेजना लाता है और चर्म रोग पर सफलता के साथ प्रयोग किया जाता है, खासकर दाद, अपरस, भैंसिया दाद, मुँहासे में । रसदार दाने या खाल उधड़ना जिसमें दुर्गन्धित स्राव और खुरण्ड हो और जो पास-पास होकर एक दूसरे से मिल जाने वाले हों, देखने में एक ही बड़ा चकत्ता दिखाई दे (बर्नस्टीन) । जाँघ, टाँगों और कान पर तीव्र खुजली । सूखा पपड़ीदार चर्म रोग खासकर आँखों और कानों के चारों तरफ, खुरण्ड, नीचे मवाद । (मेजेरि.) ।

आँखें — पलकों का प्रदाह, आँख आना, कनीनिका प्रदाह । घोर प्रकाशांतक दृष्टि नाड़ी का क्षोभ ।

कान — कानों के पीछे अकौता । घृणित खुरण्डदार अवस्था, मोटी पपड़ी होने की संभावना, सारा कान और उसके चारों तरफ के स्थान पर एक बड़ा खुरण्ड मालूम पड़े ।

सम्बन्ध — क्राइसैरोबिनम में क्राइसोफेन रहता है जो तेजी से ओषजन के प्रभाव से क्राइसोफेनिक एसिड में परिवर्तित हो जाता है । यही रूबर्व और सेना में भी रहता है ।

मात्रा — बाहर से मलहम के रूप में एक औस वैसलीन में 4-8 ग्रेन, आंतरिक व्यवहार में 3 से 6 शक्ति । बाहरी प्रयोग सावधानी से करना चाहिए क्योंकि यह प्रदाह उत्पन्न करता है ।

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