Dabur Chandra Prabha Vati (80tab) : Helps In Skin Disorders, Hair Disorders, Urine Infection, Blood Lipid Levels
गुण वजन 21 (ग्राम) आयाम 3.5 (सेमी) x 3.5 (सेमी) x 7 (सेमी) डाबर चंद्रप्रभा वटी के बारे में
चंद्रप्रभा वटी (जिसे चंद्रप्रभा गुलिका और चंद्रप्रभा वाटिका भी कहा जाता है) एक आयुर्वेदिक शास्त्रीय दवा है जिसका उपयोग गुर्दे, मूत्राशय, मूत्र पथ, अग्न्याशय, हड्डियों, जोड़ों और थायरॉयड ग्रंथि के रोगों के उपचार के लिए किया जाता है। मधुमेह, पुरुषों की समस्याओं, महिलाओं की समस्याओं और मानसिक विकारों के प्रबंधन में भी इसकी सिफारिश की जाती है चंद्रप्रभा वटी पेशाब में कठिनाई, गुर्दे की पथरी, बार-बार पेशाब आना, मूत्र असंयम, प्रोस्टेट वृद्धि, पुरुष बांझपन, नपुंसकता, रात का समय, मधुमेह, दर्दनाक अवधियों में लाभकारी है। (कष्टार्तव), ओलिगोमेनोरिया, एमेनोरिया, पॉलीसिस्टिक डिम्बग्रंथि रोग, चिंता, मानसिक तनाव और अवसाद।
डाबर चंद्रप्रभा वाटिक के संकेत
- सामान्य दुर्बलता
- शारीरिक कमजोरी
- थकान
- सामान्यीकृत थकान सिंड्रोम
- बेचैन पैर सिंड्रोम
- पैरों या हथेलियों में जलन या गर्मी महसूस होना
- स्वास्थ्य टॉनिक
- काम के अधिक बोझ से मानसिक तनाव
- निष्क्रिय लक्षणों के साथ अवसाद
- छात्रों में स्मृति हानि
- छात्रों में मानसिक थकान
- उच्च रक्तचाप (हल्के उच्चरक्तचापरोधी प्रभाव)
- तचीकार्डिया या धड़कन
- हृदय टॉनिक
- कब्ज
- गाउट
- एडी का दर्द
- एड़ी में कोमलता
- कम पीठ दर्द
- घुटने के पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस (अश्वगंधा के अर्क के साथ प्रयोग किया जाता है)
- थकान से जुड़ा मांसपेशियों में दर्द
- एमेनोरिया (अनुपस्थित मासिक धर्म)
- कष्टार्तव (दर्दनाक मासिक धर्म) कष्टार्तव
- ओलिगोमेनोरिया
- अत्यधिक गर्भाशय रक्तस्राव
- गर्भाशय पॉलीप (कचनार गुग्गुल के साथ)
- पॉलीसिस्टिक डिम्बग्रंथि रोग
- असंतुलित महिला हार्मोन
- आदतन गर्भपात
- प्रोस्टेट इज़ाफ़ा (वरुण/क्रेटेवा नूरवाला के साथ प्रयोग किया जाता है)
- अल्पशुक्राणुता
- नपुंसकता (अश्वगंधा और कौंच पाक के साथ)
- स्तंभन दोष (अश्वगंधा के साथ)
- जल्दी पेशाब आना
- मूत्र असंयम
- ग्लाइकोसुरिया (मूत्र में शर्करा)
- एल्बुमिनुरिया या प्रोटीनुरिया
- क्रोनिक रीनल (गुर्दे) की विफलता
- नेफ्रैटिस
- नेफ्रोटिक सिंड्रोम (नेफ्रोसिस)
- पथरी
- पॉलीसिस्टिक किडनी रोग (पीकेडी)
डाबर चंद्रप्रभा वटी की सामग्री
- एकोनिटम हेटरोफिलम-अतिविषा
- Acorus Calamus-स्वीट फ्लैग या Calamus या Vacha
- एंड्रोग्राफिस पैनिकुलता-भुनिम्बा
- बर्बेरिस अरिस्टाटा-ट्री हल्दी
- देवदारु देवदरा-हिमालयी देवदार की छाल, देवदरु
- धनिया सतीवम-धनिया बीज
- करकुमा लोंगा-हल्दी, हल्दी
- दालचीनी कैम्फोरा-कपूर (कपूर)
- साइपरस रोटंडस-अखरोट घास (जड़) या मुस्तकी
- एंबेलिया पसली-झूठी काली मिर्च (विदांग)
- Emblica officinalis-भारतीय आंवला फल (आंवला)
- पाइपर चाबा सीड्स-जावा लॉन्ग पेपर, छव्य
- मुरलीवाला चाबा फल-जावा लंबी काली मिर्च फल, गजपिपली
- पाइपर लोंगम-लॉन्ग पेपर (पिप्पली)
- पाइपर लोंगम-लॉन्ग पेपर रूट (पिपलमूल)
- मुरलीवाला नाइग्रम-काली मिर्च (काली मिर्च)
- प्लंबैगो ज़ेलेनिका-लीड वोर्ट (जड़), चित्रक
- टिनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया (गुडुची) -गिलोय
- टर्मिनालिया चेबुला-चेबुलिक मायरोबलन, हरीताकी
- टर्मिनलिया बेल्लिरिका-बेलिरिक मायरोबलन, विभीतकी
- ज़िंगिबर ऑफ़िसिनेल-अदरक, शुंटी
- बालियोस्पर्मम मोंटानम-दंतिमूल
- बंबूसा बांस-बांस मन्ना, बांसलोचन
- सिनामोमम तमाला-पत्र:
- सिनामोमम ज़ेलेनिकम-दालचीनी
- एलेटेरिया इलायची-इलायची के बीज
- ऑपरकुलिना टरपेथम-त्रिवृत
- कमिफोरा मुकुल-शुद्ध गुग्गुलु
डाबर चंद्रप्रभा वाटिक के औषधीय गुण
- एंटासिड (हल्के प्रभाव)
- विरोधी भड़काऊ (नरम ऊतकों और मांसपेशियों के लिए शक्तिशाली विरोधी भड़काऊ)
- गठिया विरोधी (विशेषकर रीढ़ की हड्डी के लिए और कम पीठ दर्द में प्रभाव दिखाई देता है)
- पाचन उत्तेजक (हल्के प्रभाव – इसका प्रभाव एनोरेक्सिया नर्वोसा या अधिक काम के कारण मानसिक तनाव वाले रोगी में दिखाई देता है)
- इमेनगॉग (हल्के प्रभाव – लेकिन यह महिला प्रजनन प्रणाली को मजबूत करके मासिक धर्म के प्रवाह में सामंजस्य स्थापित करता है)
- हेमेटिनिक (हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाता है – लोहा भस्म (आयरन कैल्क्स) की उपस्थिति के कारण)
- हेमटोजेनिक (लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है)
- बिलीरुबिन को कम करता है (हल्के प्रभाव – अन्य यकृत दवाओं की भी आवश्यकता होती है)
- फैट बर्नर (शिलाजीत और लोहा भस्म के कारण)
- एंटी-गाउट (यह यूरिक एसिड के मूत्र उत्सर्जन को बढ़ाता है)
- एनाल्जेसिक (गाउट और ऑस्टियोआर्थराइटिस में)
- मांसपेशियों को आराम देने वाला (दर्द के दौरान गर्भाशय की मांसपेशियों पर इसका प्रभाव दिखाई देता है)
- कृमिनाशक (विदंगा के कारण)
- हल्का उच्चरक्तचापरोधी
डाबर चंद्रप्रभा वाटिक की खुराक
- (500 मिलीग्राम टैबलेट) – 1 – 2 गोलियां दिन में 1 – 2 बार, भोजन से पहले या बाद में या आयुर्वेदिक चिकित्सक के निर्देशानुसार।
डाबर चंद्रप्रभा वटी की सावधानियां
- हाई बीपी वाले लोगों को इस दवा को केवल चिकित्सकीय देखरेख में ही लेना चाहिए, क्योंकि इस दवा में नमक तत्व के रूप में होता है।
- अधिक खुराक से पेट में हल्की जलन हो सकती है।
- बच्चों की पहुंच और दृष्टि से दूर रखें।
- ठंडी, सूखी जगह पर रखें।
नियम और शर्तें
हमने यह मान लिया है कि आपने इस दवा को खरीदने से पहले एक चिकित्सक से परामर्श किया है और आप स्वयं दवा नहीं ले रहे हैं।
Attributes | |
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Brand | Dabur |
Remedy Type | Ayurvedic |
Country of Origin | India |
Form Factor | Tablet |
Price | ₹ 120 |
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