शोणित कृमि का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Filariasis Worms ]

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यह कृमि पुष्ट तथा देखने में लंबा और पतले सूत की तरह होता है। यह कृमि चार हाथ लंबा और। बटा 10 इंच तक मोटा हो सकता है। रोगी के रक्त और लसिका-प्रदाह में यह मौजूद रहता है। इस कृमि के जीवाणु मच्छर द्वारा अच्छे-भले शरीर में पहुंचते हैं। इस रोग में किसी की ग्रंथियों बढ़ी हुई (विशेषकर दोनों पैरों की, जैसे फीलपांव होना), किसी का मूत्र दूध की तरह और किसी के अंडकोष में रोग पैदा हो जाता है।

साइलीशिया 6x — यह औषधि इस प्रकार के कृमियों को नष्ट करने में उपयोगी है। मच्छर न काटने पाए, इसका प्रबंध करना और जहां यह रोग फैलता दिखाई दे, वहां पानी गरम कर पीना चाहिए।

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