पांव की पीड़ा का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Foot pain ]

1,816

यदि अधिक देर तक चलने से पांव दुखने लगें, पांव ठंडे होते जा रहे हों, पांवों में दर्द हो, पिंडलियों में दर्द हो, पांव के तलुवों में कष्ट हो, पैर के तलुवों में दुखन हो, पैरों में पसीना अधिक आए अथवा एड़ी में कष्ट हो, तो निम्न औषधियों का प्रयोग करना चाहिए।

आर्निका 3 — जिस व्यक्ति के पांव पैदल चलने से दुखने लगते हों, उसे यह औषधि 3 शक्ति की मात्रा में प्रति 3 घंटे दें तथा इसके टिंक्चर को गरम पानी में डालकर, उस पानी में पांव डाल रखें। इससे पांवों की पीड़ा शीघ्र दूर हो जाती है।

कार्बोवेज 30 — जिसके पांव बिस्तर में भी ठंडे रहें, उसके लिए यह औषधि उपयोगी है।

सिस्टस 30 — यदि पांवों में ऐंठन पड़ती हो या पांव सुन्न हो जाते हों, तो दिन में तीन बार यह औषधि दें। यदि इससे लाभ न हो, तो सिकेल 30 देने से लाभ हो जाता है।

रस-टॉक्स 30 — एड़ी में दर्द हो, सुइयां-सी चुभती लगें, पांव भारी-भारी प्रतीत हों, पैरों से चला न जाए, पैरों को आराम देने से परेशानी और बढ़ जाए, सूजन आ जाए, तब यह दें।

लीडम 6 — गट्टे सूज जाएं, उनमें दर्द और पीड़ा हो, पैरों में अकड़न हो, पांव भारी महसूस हों, एड़ियों में दर्द और दुखन हो; पैर के पूरे पंजे में पीड़ा हो, तब यह औषधि उपयोगी है।

क्यूप्रम आर्स 3x — सवेरे उठने पर पिंडलियां दर्द करें। ठंड से दर्द में वृद्धि हो।

म्युरियैटिक एसिड 3x — पांव के तलुवे दुखते हों, चलने से उनमें दर्द हो।

एसिड फॉस 1 — तलुवों और एड़ी में दर्द हो जिससे चला ही न जाए, पांव तथा तलुवे जलते हों; अंगूठे बहुत अधिक दुखें, तब इस औषधि के प्रयोग करने से लाभ होता है।

साइलीशिया 6 — पैर के तलुवों में विशेषकर अंगूठों के निचले हिस्से में बहुत दर्द हो।

एण्टिम क्रूड 6 — पैर के तलुवों में बड़े-बड़े गट्टे हों, जिनमें दुखन और पीड़ा हो, तो इस औषधि का प्रयोग करें।

नाइट्रिक एसिड 6 — पैरों में अधिक पसीना आने के साथ पैर के तलुवे दुखें और ऐसा लगे मानो अंगारों पर चला जा रहा हो, तब इस औषधि से लाभ होता है।

कोलचिकम 3 — गट्टों और एड़ी में पीड़ा हो, पांवों में ऐंठन हो, अंगूठे तथा अंगूठे और एड़ी के बीच के भाग में तेज दर्द हो, काटता हुआ-सा दर्द, तब यह औषधि बहुत लाभ करती है।

Comments are closed.