लू लगने का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Heat Stroke, Sun Stroke ]

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नैट्रम कार्ब 6 — लू लगने के पश्चात उसके दुष्परिणाम-स्वरूप रोग के पुराने होने के लक्षणों में तथा गर्मी के कारण होने वाले सिरदर्द में यह औषधि अत्यंत उपयोगी सिद्ध होती है।

ग्लोनॉयन 30 — लू लगने पर सर्वप्रथम इसी औषधि का निर्णय लिया जाता है। इसके लक्षण हैं-चेहरा पीला पड़ जाता है, आंखें स्थिर हो जाती हैं, एक जगह टिक जाती हैं, जिह्य सफेद हो जाती है; नब्ज तेज और भारी चलती है, श्वास में भारीपन आ जाता है, वमन हो जाता है; तीव्र ज्वर चढ़ता है, कभी-कभी बेहोशी भी आ जाती है। इस औषधि का मस्तिष्क तथा मेरुदंड पर प्रभाव पड़ता है। लू लगने की यह मुख्य औषधि है।

बेलाडोना 30 — यह औषधि भी लू लगने में बहुत उपयोगी है। रोगी को खुमारी-सी आ जाती है, तंद्रा आ घेरती है, बेहोशी भी आ सकती है; चेहरा लाल हो जाता है, आंखों में रक्त की लाली दिखती है, तेज ज्वर हो जाता है, सिरदर्द के साथ सिर में टपकन होती है।

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