मुंह में खट्टा पानी आने का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Sour Water in the Mouth ]

1,132

अर्जेन्टम नाइट्रिकम 30 — यदि उष्ण-प्रकृति के व्यक्ति को रात्रि-भोजन के पश्चात बिस्तर में लेटने पर मुंह में खट्टा पानी आता हो, तो उसके लिए यह औषधि उपयोगी है।

नक्सवोमिका 6, 30 — खाने के बाद नी मिचलाता है, उबकाई आती हैं अथवा वमन करने की इच्छा होती है; खट्टा तथा कड़वा पानी मुंह में आता है, तो यह औषधि लाभकर सिद्ध होगी।

पल्सेटिला 200 — शाम के खाने के बाद डकारें आती हैं, इसी के साथ खट्टा-सा पानी मुंह में भर आता है; इस पानी में खाये हुए भोजन के स्वाद का अनुभव भी होता है।

कार्बोवेज 30 — भोजन करते ही बेचैनी हो जाती है; अपचन में डकारों का साथ खट्टा और अत्यंत पनीली आमाशय-रस मुंह में आ जाता है। यह औषधि इस रोग में लाभ करती है।

चायना 30 — पेट में वायु भर जाने के बाद, डकार आने पर पेट से कड़वा पानी उठकर मुंह में चला आता है, तब इस औषधि से बड़ा उपकार होता है।

फास्फोरस 30 — इसमें भी खाए हुए भोजन की डकार आती हैं और उस भोजन का पानी मुंह में आकर भर जाता है, जिससे मन खुद ही खिन्न होने लगता है। इस विलक्षण-लक्षण में यह औषधि देने से लाभ होता है।

कैमोमिला 30 — इससे पेटदर्द के साथ मुंह में सैलाइवा भर आता है। रोगी बार-बार थूकने जाता है और बिस्तर पर करवटें बदलता हैं, ऐसे में यह औषधि जरूर आजमानी चाहिए।

सल्फर 6, 30 — यदि मुंह में आने वाले खट्टे पानी में भोजन आदि के टुकड़े भी सम्मिलित हों, तो यह औषधि देनी चाहिए।

Comments are closed.