जिह्वा के फटने का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Remedies For Fissured Tongue ]

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एरम ट्रिफाइलम 3, 30 — जिह्वा में दरारें-सी पड़कर उनसे रक्त निकले, तो यह उपयोगी है।

बेलाडोना 30 — खुश्क जिह्वा जगह-जगह से फट जाए, तब यह औषधि प्रयोग करें।

रस-टॉक्स 30 — यदि जिह्वा बीच में से सीधी फट जाए, तो इस औषधि से लाभ होता है।

रेननक्युलस स्केलेरेटस (मूल-अर्क) 3, 30 — जिह्म फट जाती है, जिह्म में जलन और दुखन होती है, उस पर एक नक्शा-सा बन जाता है। इसमें यह औषधि अत्यंत उपयोगी है।

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