कुचल जाने का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Treatment For Crushed ]

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यदि शरीर का कोई भाग या अंग किसी पत्थर या वजनी चीज से कुचल जाए, चोट खा जाए तो उसे “कुचल जाना” कहते हैं। इस दशा में चोट वाली जगह के भीतर रक्त बहाने वाली छोटी-छोटी नाड़ियां कटकर रक्त जम जाता है। कभी-कभी भीतर गहरे अंश में चोट होने पर उसमें पीब आदि भी पड़ जाती है।

आर्निका 8 — इसके मदर-टिंक्चर का एक भाग दस भाग पानी में मिलाकर लोशन बनाएं और इसमें पट्टी भिगोकर चोट वाले स्थान पर रखें और ज्चर या शरीर के किसी भाग में दर्द होने पर आर्निका 3 सेवन करना उचित है।

हैमामेलिस 8 — इसका एक भाग छह भाग पानी में मिलाकर आर्निका की तरह पट्टी रखनी चाहिए।

रूटा 1X — हड्डी में चोट लगने पर सेवन करें।

कोनायम 3x — स्तन या किसी गांठ में चोट होने पर इसका प्रयोग करना चाहिए।

हिपर सल्फर 30 — पीब होने की संभावना होने पर इसका सेवन करना अच्छा रहता है।

आर्सेनिक 30 या सिलिका 30 — यदि घाव होकर उसमें सड़न आरंभ हो जाएं।

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