शैवालिका का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Treatment For Lichen ]
शरीर की त्वचा के प्रदाह में घनी फुसियों का त्वचा पर हो जाने को शैवालिका” कहते हैं। घमौरियों की तरह लाल-लाल फुसियां हाथ, पैर, मुंह और गरदन में निकल आती हैं, जिनमें बहुत खुजलाहट मचती है। त्वचा का सूखा और मोटा होना और अंत में फुसियां सूखकर त्वचा को सफेद हो जाना, इस रोग के प्रधान लक्षण हैं।
सल्फर 30 — नए रोग में अथवा रोग के आरंभ में दें।
एण्टिम-क्रूड 6 — पाकाशय की गड़बड़ी के साथ रोग की उत्पत्ति हुई हो, तब दें।
एपिस 3 — यदि घमौरियों की फुसियों में कांटा चुभने जैसा दर्द हो।
आर्सेनिक 3x, 30 — जीर्ण (पुराने) रोग में उपयोगी है।
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