Lower Spine Twist Pose, Seated Abdominal Stretch Pose, Udarakarshanasana Kriya Method and Benefits In Hindi
उदराकर्षणासन क्रिया
शाब्दिक अर्थ: उदर का मतलब पेट एवं आकर्षण यानी खिंचाव या खींचना।
विधि
इस आसन का उपयोग शंख प्रक्षालन की क्रिया में किया जाता है। पंजों पर शरीर का वज़न रखते हुए उकडू बैठ जाएँ। दोनों हाथ घुटनों पर रखें। इसी स्थिति में कमर से ऊपरी भाग को दाईं तरफ़ मोड़े व अपने पीछे की तरफ़ देखने का प्रयास करते हुए बाएँ घुटने को ज़मीन से स्पर्श कराएँ। दाई जाँघ से पेट पर दबाव स्थापित करें। क्षणिक रुकते हुए मूल अवस्था में वापस आएँ। अब यही क्रिया बाईं तरफ़ के लिए करें। यह एक आवृत्ति हुई। इस प्रकार 8 से 10 आवृत्ति करें।
श्वासक्रम/समय: मूल अवस्था में गहरी श्वास लें एवं मुड़ें। लगभग 5 सेकंड तक अन्तःकुंभक करें और मूल अवस्था में आते समय श्वास छोड़ें।
लाभ
- संपूर्ण उदर-प्रदेश को प्रभावित कर विकारों का नाश करता है।
- पाचनतंत्र की अंदरूनी मालिश होती है अतः पाचनतंत्र अपना कार्य सुचारू रूप से करता है।
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