OCIMUM CANUM Homeopathic Medicinal Benefits and Side Effects In Hindi

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ओसिमम कैनम (Ocimum Canum)

(ब्रैजिलियन ऐल्फावाका)

गुर्दा, मूत्राशय और मूत्र-मार्ग के रोगों में इस औषधि को याद रखना चाहिए । मूत्र में लाल बालू का रहना इस औषधि की मुख्य विशेषता है और अक्सर आजमाई गई है । पेडू, स्तनों की ग्रन्थियों की सूजन । गुर्दा शूल, खासकर दाहिनी तरफ का । गुर्दा पथरी के लक्षण स्पष्ट रहते हैं ।

मूत्र — अधिक अम्लता, यूरिक अम्ल के नुकीले कणों का बनना । गँदला, गाढ़ा, घृणित, मवादी, खूनी, ईट की बुकनी जैसी पीली तलछट । कस्तूरी की गन्ध । मूत्र-मार्ग में दर्द । गुर्दों में ऐंठन ।

पुरुष — बाँयें अण्ड का गरम होना और सूजना ।

स्त्री — योनि घुण्डी सूजी हुई, होठों में चिलकन दर्द । स्तन घुण्डी जरा-से स्पर्श से दर्द करें । स्तन भरे और तने मालूम हों, खुजली । योनि का बाहर निकलना ।

सम्बन्ध-तुलना — बर्बे : हेडियामा, लाइको, पेरीरा, आर्टिका

मात्रा — 6 से 30 शक्ति ।

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