मंददृष्टि या कम दिखाई देने का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Lazy Eye, Amblyopia ]

653

बहुत से कारणों से कम दिखाई देने का रोग उत्पन्न हो जाता है। बहुत छोटे चमकीले पदार्थ को बहुत देर तक स्थिर दृष्टि से देखना, बहुत अधिक सोना या अत्यधिक नशीले पदार्थों का सेवन करना, अधिक शराब पीना, सर्दी लग जाने के बाद अकस्मात पसीना रुक जाना, स्त्रियों का रज आदि रुक जाना आदि कारण इस रोग के प्रधान लक्षण हैं।

अधिक रक्त-रस निकल जाने के कारण शरीर में रक्त की कमी हो जाने की वजह से दृष्टि क्षीण हो गई हो, तो चायना 6, 30 दें। यदि इससे लाभ न हो, तो फास्फोरस 6, 30 दें। अधिक नशा करने से क्षीण-दृष्टि हो, तो नक्सवोमिका 1x दें।

अधिक रक्त एकत्र होने के कारण दृष्टि-क्षीणता हो, तो बेलाडोना 6, 30; हृत्पिण्ड के रोग के कारण कम दिखाई देता हो, तो कैक्टम्र 6; मानसिक रजःस्राव रुककर दृष्टि-क्षीणता हो, तो पल्सेटिला 6, 30; तेज सिरदर्द के साथ क्षीण-दृष्टि में सैंगुनेरिया 3; आंखों की पुतली में दर्द रहने के कारण कम दिखता हो, तो सिमिसिफ्यूगा 3; आंखों के सफेद भाग में दर्द रहने पर स्पाइजिलिया 6 या कोलोसिंथ 6; माथे में रक्त की अधिकता और नाक से रक्त-स्राव होता हो, इस कारण कम दिखाई देने लगा हो, तो फास्फोरस 6; वात के कारण क्षीण-दृष्टि हो, तो ब्रायोनिया 6; रक्त की कमी के कारण यदि दृष्टि-क्षीण हो, तो फेरम फॉस 6, एसिड फॉस 6, आर्सेनिक 30, चायना 6 या युफ्रेशिया 2, इनमें से कोई भी एक औषधि दें; पाचन-शक्ति की कमी के कारण यह रोग होने पर नक्सवोमिका 3, पल्सेटिला 30, मर्क्युरियस 6, चायना 6, सल्फर 30 या बेलाडोना 3 का प्रयोग करना चाहिए।

विशेष — आंखों में धुआं, धूल या तेज रोशनी नहीं लगनी चाहिए। लेटकर छोटे अक्षरों में छपी किताबें या अखबार पढ़ना मना है। आवश्यकता पड़ने पर आंखों की परीक्षा कराकर चश्मा लगाया जा सकता है। रक्त-स्वल्पता के कारण दृष्टि-क्षीणता होने पर पुष्ट और शक्ति प्रदायक चीजों का सेवन करना चाहिए। नदी में स्नान, शुद्ध वायु का सेवन लाभदायक है।

Comments are closed.