टांसिल काटकर निकालने का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Tonsillectomy ]

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जब किसी भी औषधि से लाभ दिखाई नहीं देता और रोगी को बहुत पीड़ा और कष्ट होता है, तब शल्य-चिकित्सा (ऑपरेशन) करके टांसिल को निकाल दिया जाता है, जिससे रोगी को आराम हो जाए।

सल्फर 30, 200 — शल्य-चिकित्सा द्वारा ट्रांजिल निकाल देने के बाद रोगी के सीने में जलन हो, कुछ मिष्ठान खाने की इच्छा बलवती हो, दिनभर भूख न लगे, लेकिन शाम को कुछ ज्यादा खाने की भूख हो, गले में खुजली और दुखन हो, गहरे-गहरे श्वास आएं, तब इसे दें।

कैल्केरिया कार्ब 200 — टांसिलों को निकाल देने के बाद रोगी को श्वास-सा हो जाए, कुछ खांसी भी हो, तो इस औषधि से लाभ होता है।

स्ट्रेप्टोकोकसीन 1M — टांसिल निकलवा देने के बाद रोगी का शरीर पीला-सा पड़ जाए, वह कमजोर हो जाए, चक्कर आएं, तो इस औषधि की 1 मात्रा महीने में एक बार दें।

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