Corpse Pose, Savasana, Mritasana, Purn Vishramasan Method and Benefits In Hindi

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शवासन/मृतासन/पूर्ण विश्रामासन

शाब्दिक अर्थ: शव का अर्थ मृत शरीर है। यह आसन करते समय शरीर निश्चल हो जाता है, जैसे मृत हो गया हो। इसलिए इस आसन का नाम मृतासन भी है।

विधि

पीठ के बल लेट जाएँ। हाथों को दोनों तरफ़ कमर के समकक्ष रखें। हथेलियाँ आकाश की तरफ़ अधखुली रखें। एड़ियाँ आपस में मिली हुई हों पर पंजों के बीच एक निश्चित दूरी बनाए रखें। आँखें बंद रखें जीभ स्थिर रखें। अब धीरे-धीरे श्वास लें और छोड़े। एकाग्रता बढ़ाने के लिए श्वास पर ध्यान दें। कुछ देर बाद नाड़ियाँ निष्क्रिय हो जाती हैं। साधक की निश्चलता बढ़ने लगती है एवं वह हल्कापन व प्रसन्नता अनुभव करने लगता है। पूरे शरीर में शक्ति के प्रवाह का अनुभव किया जा सकता है। इसे लगभग 5 से 10 मिनट तक करें।
ध्यान: श्वास पर ध्यान देते हुए मूलाधार से ऊपर उठती हुई ऊर्जा का अनुभव करें।

लाभ

  • अनिद्रा के रोगी इसका अभ्यास कर पूर्ण लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
  • तनावग्रस्त व्यक्ति को यह आसन अद्भुत शांति प्रदान करता है।
  • दिमागी शक्ति बढ़ाने के लिए इसका उपयोग करें।
  • उच्च रक्तचाप वाले इसे नियमित रूप से करें।

विशेष: अधिक लाभ के लिए योग निद्रा वाला अध्याय भी देखें।

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