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Skin Disease

चोट का निसान का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Injuries Scar ]

चोट या घाव हो जाने पर निम्न औषधियों का प्रयोग करें लीडम 3, 30 — फांस, कील अथवा सुंआ आदि से छिदकर स्नायु में पीड़ा होती है, तब यह औषधि उपयोगी है। ततैया और चूहे आदि के काटने में भी यह औषधि एंटी-टेंटैनस के इंजेक्शन का काम करती है। यदि स्नायु…
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त्वचा पर रगड़ लगना या नील लगाना या कुचलन का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Bruises ]

यदि त्वचा पर चोट या रगड़ लग गई हो या कट गई हो, तो निम्नलिखित औषधियों का प्रयोग करना चाहिए; इनसे अतिशीघ्र लाभ हो जाता है, दर्द आदि का भी शमन होता है। यदि घाव हो, तो वह भी भर जाता है। हैमेमेलिस लोशन — यदि त्वचा पर चोट लग गई है और उस स्थान की…
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त्वचा परे मस्से का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Treatment For Warts ]

किसी को भी मस्से हो सकते हैं। मस्सों के लिए जो औषधि सेवन के लिए प्रयोग की जाती है, वही औषधि लोशन बनाकर लगाने में भी प्रयुक्त की जाती है, इससे लाभ अतिशीघ्र होता है। सल्फर 30 — ऐसे मस्से जो दबाने से दुखते हों और जिनमें टपकर जैसा दर्द होता…
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दाद या दद्रु का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Ringworm ]

अधिकांश रूप से दाद उन लोगों को होता है, जिनमें यक्ष्मा-रोग की प्रकृति होती है और जो शारीरिक-रचना की दृष्टि से दुर्बल होते हैं। एक ही परिवार में जिनमें रोग के फैलने की कोई सावधानी नहीं बरती जाती, सभी एक ही तौलिए से शरीर पोंछते हैं, किसी को…
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छालरोग या सोरियासिस या अपरस का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Psoriasis ]

इस रोग में शरीर की किसी-किसी जगह की त्वचा लाल होकर फूल जाती है और सादी, सूखी और कड़ी छाल-सी निकल जाती है। रेडियम ब्रोम 30 — सप्ताह में केवल 1 बार सेवन करनी चाहिए। ट्युबर्म्युलिनम 200 — यदि रोग बहुत पुराना हो गया हो, तो यह उपयोगी है।…
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कुष्ठ या कोढ़ का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Leprosy ]

बहुत समय पहले कुष्ठ को एक भयंकर और असाध्य रोग समझा जाता था। जनसाधारण में ऐसा अंधविश्वास भी व्यापक था कि कुष्ठ पाप करने के कारण होता है तथा परिवार में किसी एक को कुष्ठ रोग होने पर त्वचा के संपर्क से दूसरों को भी यह रोग हो सकता है। आयुर्वेद…
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नाखूना या अंगुलबेढ़ा का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Whitlow, Felon ]

चोट लग जाने, जल जाने, रक्त में किसी विषैली वस्तु के प्रविष्ट हो जाने अथवा नाखून बहुत छोटे कटवाने से उंगली या अंगूठे के समीपवर्ती स्थान पक जाता है, तब जिस रोग की उत्पत्ति होती है, उसे ही "अंगुलबेढ़ा" कहते हैं। यदि रोग घातक हो जाए, तो मृत्यु…
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शैवालिका का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Treatment For Lichen ]

शरीर की त्वचा के प्रदाह में घनी फुसियों का त्वचा पर हो जाने को शैवालिका" कहते हैं। घमौरियों की तरह लाल-लाल फुसियां हाथ, पैर, मुंह और गरदन में निकल आती हैं, जिनमें बहुत खुजलाहट मचती है। त्वचा का सूखा और मोटा होना और अंत में फुसियां सूखकर…
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त्वचा पर लाल दाने का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Erythema ]

वृद्ध-व्यक्तियों की त्वचा की लाली (जब त्वचा लाल हो जाए) अथवा जब रक्त-संचार अवरुद्ध हो, तब मेजेरियम 6 या 30 देने से लाभ होता है। एपिस 30 — यदि त्वचा लाल हो जाने के साथ ही उभरे हुए दाने हों, तब उपयोगी है। बेलाडोना 30 — जब त्वचा पर मामूली-सी…
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विपर्स रोग का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Erysipelas ]

यह एक प्रकार का नया औद्येदिक-ज्वर और संक्रामक रोग है। इसमें त्वचा के नीचे के टीशुओं के किसी एक असीमाबद्ध स्थान में प्रदाह होकर वह शीघ्र ही अन्य स्थान में फैल जाता है; त्वचा पर जिस जगह रोग का आक्रमण होता है, वह जगह लाल-सुर्ख होकर फूल जाती…
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