Ear Power Increase Pose Method and Benefits In Hindi
कर्ण शक्ति विकासक क्रिया
विधि
समावस्था में खड़े रहें। हाथों के अँगूठे से कान बन्द करें। तर्जनी से नेत्र और मध्यमा से नाक को बन्द करें। क्रिया नं. 75 के समान गर्दन को ऊपर ले जाएं आठ अंक तक मुँह में श्वास भरें गालों को फुलायें, ठुड्डी कंठकूप में लगायें 32 अंक तक मन में गिनते हुए श्वास को रोकें। दोनों हाथ को कंधो के सीध में ज़मीन के समानान्तर रखें। गर्दन को सीधा कर मध्यमा अँगुलि हटाते हुए नाक से 16 अंक में श्वास को बाहर छोड़े। क्रिया तीन बार करें।
लाभ
- कान का मैल, कान बहना, कम सुनाई देना आदि विकार नष्ट होते हैं।
- कर्णरन्ध की शक्ति जाग्रत होती है और वे पुष्ट बनते हैं।
- कान, नाक, आंख और मुंह बन्द करने से सुषुम्ना नाड़ी का मार्ग शुद्ध होता है जिसके कारण विविध प्रकार के नाद (ध्वनि) सुनाई देते हैं।
- प्राणायाम के लिए विशेष लाभकारी क्रिया है।
Comments are closed.