Yoga for individuals working in offices In Hindi

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कार्यालयों में काम करने वाले व्यक्तियों के लिए योग

कार्यालयों में काम करने वाले व्यक्ति स्वयं थोड़ा सा परिवर्तन ला कर स्वस्थ रह सकते हैं। जैसे कार्यालय में पहुँचते ही मानसिक रूप से तरोताजा महसूस करें और मुस्कराते हुए कुर्सी पर बैठे, मेरुदण्ड सीधा रखे एवं आँखें बंद कर ॐ का या अपने इष्ट का उच्चारण करें। पाँच बार लम्बी गहरी श्वास लें व छोड़े। इसके बाद आत्मविश्वास के साथ कार्य करने हेतु तैयार हो जाएँ।
चूँकि टेबल-कुर्सी में काम करते रहने से मेरुदण्ड, गर्दन, आँखों और मस्तिष्क पर अधिक जोर पड़ता है। अतः कुर्सी पर बैठने के तरीके में परिवर्तन लाएँ। मेरुदण्ड सीधा रखें। गर्दन झुकाकर काम करने से गर्दन में विकार उत्पन्न हो जाते हैं, इसलिए कुर्सी पर बैठे-बैठे ही ग्रीवा शक्ति विकासक क्रिया को 2 से 5 मिनट करें। आँखों के लिए दृष्टि वर्धक क्रियाओं को अवश्य करें एवं मानसिक विकास के लिए योगनिद्रा, ध्यानयोग व प्राणायामों को नियमित रूप से प्रातःकाल में करें।
सुबह 1 घंटे का समय निकालें। सबसे पहले सरल अभ्यास से शुरू करें। पवनमुक्तासन समूह के अभ्यास, उर्जाप्रदायक आसन एवं क्रियाएँ, अर्धपद्मासन, पद्मासन, बद्ध पद्मासन, वज्रासन, शशांकासन, मंडूकासन, भुजंगासन, तिर्यक भुजंगासन, चक्रासन, धनुरासन, पश्चिमोत्तानासन, सर्वांगासन, विपरीतकरणी, ताड़ासन, तिर्यक ताड़ासन आदि अभ्यास एवं प्राणायाम में अनुलोम विलोम, उज्जायी, भस्त्रिका, कपालभाति, उदगीथ व भ्रामरी प्राणायामों को करें तत्पश्चात् योगनिद्रा अवश्य करें।
हमने उपरोक्त आसन एवं प्राणायामों को सरलता के हिसाब से दिया है। आप पूरी पुस्तक को पढ़कर अपने रोगानुसार आसनों व प्राणायामों एवं अन्य अभ्यासों की सारिणी बना लें एवं प्रसन्नचित्त मन से प्रतिदिन अभ्यास करना शुरू कर दें।

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